दान ही नहीं स्नान से भी दूर होते है ग्रहों के दोष, जानिए कैसे,
ज्योतिष शास्त्र में स्नान को शुद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत माना गया है। ग्रहों के दोषों को दूर करने के लिए विशेष स्नान विधियों और उपायों का पालन करने से व्यक्ति को जीवन में सुख, समृद्धि और शांति मिल सकती है। इस लेख में हम जानेंगे कि स्नान के माध्यम से विभिन्न ग्रहों के दोषों को कैसे दूर किया जा सकता है। आज ओमांश एस्ट्रोलॉजी अपने इस लेख में आपको विस्तार पूर्वक बताने जा रहे है कि कैसे स्नान करने मात्र से पाप ग्रहों का दोष दूर होता है|
स्नान केवल शारीरिक शुद्धि ही नहीं, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक उन्नति का भी माध्यम है। विभिन्न ग्रहों के दोषों को दूर करने के लिए स्नान के दौरान सही सामग्री और मंत्रों का प्रयोग करना बेहद लाभकारी होता है। यदि व्यक्ति नियमित रूप से इन ज्योतिषीय उपायों का पालन करे, तो जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता प्राप्त हो सकती है
1. सूर्य ग्रह के दोष निवारण के लिए स्नान
सूर्य दोष के लक्षण:
आत्मविश्वास की कमी
सरकारी कार्यों में बाधा
पिता से संबंध खराब होना
सूर्य दोष निवारण स्नान विधि:
तांबे के लोटे में जल लेकर उसमें लाल चंदन और गुड मिलाएं।
इस जल से स्नान करें और स्नान के दौरान “ॐ घृणिः सूर्याय नमः” मंत्र का जाप करें।
रविवार को गुड़ मिश्रित जल से स्नान करने से विशेष लाभ मिलेगा।
2. चंद्र ग्रह के दोष निवारण के लिए स्नान
चंद्र दोष के लक्षण:
मानसिक तनाव और चिंता
माता से संबंधों में खटास
अस्थिर मनोदशा
चंद्र दोष निवारण स्नान विधि:
स्नान के पानी में कच्चा दूध, सफेद चंदन और चावल मिलाएं।
स्नान करते समय “ॐ सोम सोमाय नमः” मंत्र का जाप करें।
सोमवार को गंगा जल मिश्रित पानी से स्नान करना अत्यंत शुभ होगा।
3. मंगल ग्रह के दोष निवारण के लिए स्नान
मंगल दोष के लक्षण:
गुस्सा और आक्रामकता बढ़ना
विवाह में देरी
रक्त संबंधी समस्याएं
मंगल दोष निवारण स्नान विधि:
स्नान के जल में गुड़ और लाल चंदन मिलाएं।
स्नान करते समय “ॐ अंगारकाय नमः” मंत्र का जाप करें।
मंगलवार को गुलाब और चंदन मिश्रित जल से स्नान करना लाभकारी होगा।
4. बुध ग्रह के दोष निवारण के लिए स्नान
बुध दोष के लक्षण:
निर्णय लेने में कठिनाई
पढ़ाई और करियर में बाधा
त्वचा संबंधी रोग
बुध दोष निवारण स्नान विधि:
स्नान के पानी में तुलसी के पत्ते और गौमूत्र मिलाएं।
स्नान के दौरान “ॐ बुधाय नमः” मंत्र का जाप करें।
बुधवार को गंगाजल और तुलसी जल से स्नान करना शुभ रहेगा।
5. गुरु ग्रह के दोष निवारण के लिए स्नान
गुरु दोष के लक्षण:
धन हानि
विवाह में विलंब
आध्यात्मिक प्रगति में रुकावट
गुरु दोष निवारण स्नान विधि:
स्नान के पानी में हल्दी और केसर मिलाएं।
स्नान करते समय “ॐ बृं बृहस्पतये नमः” मंत्र का जाप करें।
बृहस्पतिवार को पीले फूल और केसर जल से स्नान करना लाभकारी रहेगा।
6. शुक्र ग्रह के दोष निवारण के लिए स्नान
शुक्र दोष के लक्षण:
वैवाहिक जीवन में समस्याएं
सुंदरता और आकर्षण में कमी
आर्थिक परेशानी
शुक्र दोष निवारण स्नान विधि:
स्नान के पानी में गुलाब जल और कपूर मिलाएं।
स्नान के दौरान “ॐ शुक्राय नमः” मंत्र का जाप करें।
शुक्रवार को गुलाब जल और केसर मिश्रित जल से स्नान करना विशेष लाभकारी रहेगा।
7. शनि ग्रह के दोष निवारण के लिए स्नान
शनि दोष के लक्षण:
जीवन में लगातार बाधाएं
न्यायिक मामलों में उलझन
आर्थिक परेशानियां
शनि दोष निवारण स्नान विधि:
स्नान के पानी में काले तिल और सरसों का तेल की एक या 2 बूंद मिलाएं।
स्नान के दौरान “ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्र का जाप करें।
शनिवार को काले तिल और तेल मिश्रित जल से स्नान करना लाभकारी रहेगा।
8. राहु ग्रह के दोष निवारण के लिए स्नान
राहु दोष के लक्षण:
मानसिक भ्रम और अस्थिरता
अचानक दुर्घटनाएं
छुपे हुए शत्रुओं से परेशानी
राहु दोष निवारण स्नान विधि:
स्नान के पानी में नागकेसर और गंगा जल मिलाएं।
स्नान के दौरान “ॐ रां राहवे नमः” मंत्र का जाप करें।
शनिवार को गंगाजल और नागकेसर मिश्रित जल से स्नान करना लाभकारी रहेगा।
9. केतु ग्रह के दोष निवारण के लिए स्नान
केतु दोष के लक्षण:
अचानक धन हानि
आध्यात्मिक भ्रम
स्वास्थ्य समस्याएं
केतु दोष निवारण स्नान विधि:
स्नान के पानी में कपूर के तेल की कुछ बूंदे और सफेद तिल मिलाएं।
स्नान के दौरान “ॐ कें केतवे नमः” मंत्र का जाप करें।
शनिवार को सफेद तिल और गंगाजल मिश्रित जल से स्नान करना शुभ रहेगा।